Finding hope after years of struggle

Ummeed ki Kiran उम्मीद की किरण

Ummeed ki Kiran उम्मीद की किरण

सुनीता की आँखों में आँसू थे, पर ये खुशी के आँसू थे। दस लंबे वर्षों के बाद, आखिरकार उसे मां बनने का सौभाग्य मिलने वाला था। उसका पति अनिल भी खुशी से फूला नहीं समा रहा था। निराशा के अंधेरे में आशा की किरण ने दस्तक दी थी। सुनीता मन ही मन सोच रही थी,…